"सॉरी क्यों? मैं तो बहुत खुश हूं कि तुम निश्चिंत होकर सोईं। "सॉरी क्यों? मैं तो बहुत खुश हूं कि तुम निश्चिंत होकर सोईं।
हे 2021! आओ तुम्हारा स्वागत है! हे 2021! आओ तुम्हारा स्वागत है!
उनके मुँह से निकला एक वाक्य “ खूब पढ़ना बेटा ” मानो मेरी ज़िंदगी का सूत्र बन गया । उनके मुँह से निकला एक वाक्य “ खूब पढ़ना बेटा ” मानो मेरी ज़िंदगी का सूत्र बन गया...
उसने तो कभी सोचा भी नहीं था कि गुड़ और चींटी का इतना बड़ा रिश्ता होता है। उसने तो कभी सोचा भी नहीं था कि गुड़ और चींटी का इतना बड़ा रिश्ता होता है।
ये अनगिनत काश ही हैं, जो अब उनकी जिंदगी का हिस्सा बन चुके हैं....... ये अनगिनत काश ही हैं, जो अब उनकी जिंदगी का हिस्सा बन चुके हैं.......
यह माँ भी ना कुछ अलग ही होती है, और उनसे जुड़ी हर चीज कुछ खास होती है। यह माँ भी ना कुछ अलग ही होती है, और उनसे जुड़ी हर चीज कुछ खास होती है।